सागर महापौर चुनाव में जैन बनाम ब्राह्मण चेहरे की लडाई में ब्राह्मण उम्मीदवार की जीत के बाद सागर के मिथक टूटने लगे है और ब्राह्मण नेताओं ने विधानसभा को लेकर दावेदारी तेज कर दी है। इसी कडी में शहर के बडे ब्राह्मण नेता के तौर पर माधव कटारे का नाम उभरा है। जो अपने परिवार की समाजसेवा की विशाल विरासत के साथ कांग्रेस से टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। सागर नगर निगम में आरआई पद पर पदस्थ माधव प्रेम कटारे परिचय के मोहताज नहीं है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार से ताल्लुक रखने वाले सामाजिक रूप से सक्रिय रहने वाले माधव प्रेम कटारे की अपनी अलग पहचान है। कमजोर और गरीब वर्ग के प्रति न्याय और सामाजिक समरसता के साथ सांप्रदायिक सौहार्द के लिए माधव प्रेम कटारे जाने जाते हैं। फिलहाल कर्मचारी राजनीति में सक्रिय माधव प्रेम कटारे संयुक्त कर्मचारी कल्याण मोर्चा और मप्र अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के संरक्षक है। माधव प्रेम कटारे की मां सुमित्रा प्रेम कटारे निर्दलीय पार्षद रही और एमआईसी सदस्य रही है। वहीं उनकी पत्नी राहतगढ़ जनपद पंचायत से सदस्य रही और कड़ी टक्कर में अध्यक्ष का चुनाव हारी।
आइये जानते हैं कि अपनी दावेदारी को लेकर माधव प्रेम कटारे का क्या कहना है।
