सागर जिले की ग्राम पंचायत कोटरा में पटवारी बाबू की कहानी किसी भ्रष्टाचारी कर्मचारी से काम नहीं ऐसा हम नहीं कह रहे हैं। नहीं तो बाबूजी बुरा मान जाएंगे यह सब पंचायत की जनता चिल्ला चिल्ला कर कह रही है इतना ही नहीं वीडियो में साफ देखा जा सकता है पटवारी राजेश टेगम के मुंह पर ही पंचायत का एक व्यक्ति पटवारी के सामने कह रहा है। ₹7000 मांगे थे नहीं दिए इसलिए मेरा काम नहीं हुआ मैं अपने निजी काम के संबंध में 3 साल से पटवारी के पीछे घूम रहा हूं।और आप हैं जो काम करने के लिए तैयार नहीं है आगे बताया भ्रष्टाचारी बाबू मेरा काम इसलिए नहीं कर रहे क्योंकि अब इन बाबू को₹7000 चढ़ाने होंगे जब जाकर मेरा काम होगा और पटवारी भ्रष्टाचार की सारी हदें पर करते दिख रहे है एक व्यक्ति तक सीमित नहीं है। पंचायत के कई लोग पटवारी पर लगातार आरोप लगा रहे 5000 10000 7000 देने होगे तभी साहब काम करने के लिए मंजूर होंगे।
पंचायत के रोजगार सचिव का किस्सा तो किसी सर्वश्रेष्ठ भ्रष्टाचारियों से कम नजर नहीं आ रहा है। ऐसा हम नहीं कह रहे नहीं तो सचिव साहब बुरा मान जाएंगे यह तो साफ-साफ पंचायत की जनता चिल्ला चिल्ला कर कह रही है और साहब बगैर 10000 के आवास सूची में नाम तक नहीं जोड़ते अगर आवास सूची में नाम भी हो तो पैसा हितग्राही के खाते में तभी गिरता है। जब रोजगार सचिव को ₹10000 चढ़ा जाते हैं। पंचायत में रोजगार सचिव का काफी भौकाल है। जब तो किसी व्यक्ति ने लगता है। यह चोरी चुपके से कुछ वीडियो बनाए हैं। एक तरफ देश के प्रधानमंत्री का कहना है। हर गरीब के पास पक्का मकान हो लेकिन जिम्मेदारी आबू बाबू अपना विकास करने में लगे हुए हैं। और जनता के कार्यों में पलीता लगा रहे हैं।पंचायत में जनसुनवाई की जनता को नहीं दी जाती सूचना जनता लग रही है। न्याय की गुहार।