जीने के लिए पीना जरूरी हो गया और शराब मुहल्ले मुहल्ले मिलने लगी तो लेना जरूरी हो गया
ब्यूरो रिपोर्ट नवीन रजक जीने के लिए पीना जरूरी हो गया और शराब मुहल्ले मुहल्ले मिलने लगी तो लेना जरूरी हो गया ▪️राहत इंदौरी साहब ने क्या खूब कहा है ▪️हवा हवा के खिलाफ है जानी और …