14 फरवरी बाबू सोना हों जाओ सतर्क शिव सेना ने दी चेतावनी। इलू ऊलू घर मैं करो तो ज्यादा अच्छो रे। पड़े पूरी खबर।

शिव सेना के प्रमुख पप्पू तिवारी जी ने बताया कि आज चमेली का तेल डंडों में फिर आया गया है।यह तैयारी 14 फरवरी वैलेंटाइन के लिए की गईं है।

.                शिवसेना प्रमुख पप्पू तिवारी जी 

यह खबर सागर जिले से जुड़ी है जहां पर शिवसेना के  प्रमुख पप्पू तिवारी जी ने बताया कि भारतीय संस्कृति को बदनाम करने का काम किया जा रहा है इसलिए दीपक लोधी जी की अगवाई में यह काम हम 14 फरवरी वैलेंटाइन डे के दिन अगर कोई प्रेमी जोड़ा धार्मिक स्थल रेस्टोरेंट या ढाबा जैसे स्थानों पर पाया  जाता हैं।तो उन की विधि विधान के साथ साधी करा दी जाए गई।हमारे शिवसेनिक देखभा  करेगी एवं कलेक्टर सब से अनुरोध है। की उसे पर करवाई की जाए पप्पू तिवारी जी ने बताया कि प्रेम करने से नहीं रुकते आप राघा कृष्ण जैसा प्रेम करो लैला मजनू जैसा प्रेम करो हम आपका फूलों से  आपका धन्यवाद फूल देकर करेगी।

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Valentines Day 2024: 14 फरवरी को क्यों मनाया जाता है वैलेंटाइन्स डे, जानें इस दिन का इतिहास

आज दुनियाभर में वैलेंटाइन्स डे का जश्न मनाया जा रहा है। यह दिन हर साल 14 फरवरी को मनाया जाता है। प्यार करने वालों के लिए यह दिन बेहद खास होता है। तो चलिए जानते हैं इस दिन के इतिहास के बारे में


नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Valentines Day 2024: फरवरी का महीना प्यार करने वाले लोगों के लिए बेहद खास होता है। इस महीने में लोग प्यार के रंग में रंगे नजर आते हैं। रोज डे के साथ शुरू होने वाला वैलेंटाइन वीक आज वैलेंटाइन डे के साथ खत्म होने वाला है। ऐसे में लोगों के अंदर इस दिन को लेकर काफी उत्साह देखने को मिलता है। प्यार के इस दिन को काफी धूमधाम से सेलिब्रेट किया जाता है। 7 फरवरी से शुरू होने वाला वैलेंटाइन वीक 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे के साथ खत्म होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर 14 फरवरी को मनाए जाने वाले इस दिन का इतिहास क्या है और आखिर 14 तारीख को ही क्यों वैलेंटाइन डे मनाया जाता है। अगर नहीं तो चलिए जानते हैं, इस खास दिन के जुड़े इतिहास के बारे में-

संत वैलेंटाइन से जुड़ी है कहानी

वैलेंटाइन डे को मनाने की कहानी रोम के एक संत वैलेंटाइन से जुड़ी हुई है। दरअसल, ऐसा माना जाता है कि रोम के राजा क्लाउडियस प्यार के सख्त खिलाफ थे, क्योंकि उनका मानना था कि अगर सैनिक प्यार करने लगेंगे,तो उनका मन काम से भटक जाएगा और इससे रोम की सेना कमजोर होगी। यही वजह थी कि उन्होंने सैनिकों के शादी करने पर भी रोक लगा रखी थी। वहीं, दूसरी तरफ संत वैलेंटाइन प्यार का प्रचार करते थे। इतना ही नहीं उन्होंने राजा के खिलाफ जाकर कई लोगों की शादियां भी करवाई थी।

संत वैलेंटाइन को मिली फांसी की सजा

संत वैलेंटाइन ने लोगों की शादियां करवाकर राजा क्लाउडियस की धारणा को गलत साबित किया, जिसकी वजह से रोम के राजा ने उन्हें फांसी की सजा सुना दी। इसके बाद 14 फरवरी के दिन ही संत वैलेंटाइन को फांसी दी गई और उसी दिन से वैलेंटाइन डे मनाने की शुरुआत हुई। इस दिन के बाद से ही रोम समेत दुनियाभर में 14 फरवरी को प्यार का दिन मनाने का प्रचलन शुरू हुआ जो आज भी जारी है।


पहली बार कब मना वैलेंटाइन्स डे

वैलेंटाइन डे की शुरुआत रोमन फेस्टिवल से हुई थी। दुनिया में पहली बार 496 में वैलेंटाइन डे सेलिब्रेट किया गया था। इसके बाद पांचवी शताब्दी में रोम के पोप गेलैसियस ने 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे के रूप में मनाने का एलान किया। इस दिन से रोम समेत दुनिया भर में हर साल धूमधाम से 14 फरवरी का दिन वैलेंटाइंस डे के रूप में मनाया जाने लगा। इतना ही नहीं इस दिन रोम के कई शहरों में सामूहिक विवाह का आयोजन भी किया जाता है।

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