रेल बजट 2024-25 में प्रदेश को मिले 15,143 करोड़, आधुनिकीकरण तथा यात्री सुविधाओं पर जोर

 ,मध्य प्रदेश का बजट,

रेलमंत्री ने मध्य प्रदेश के बारे में जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि मध्य प्रदेश बहुत बड़ा प्रदेश है। वर्ष 2009-14 तक मध्य प्रदेश को औसत बजट मात्र 632 करोड़ रुपए प्रतिवर्ष मिलता था, जिसे प्रधानमंत्री के नेतृत्व में वर्ष 2024-25 के बजट में 15,143 करोड़ रुपए किया गया है।

.            Indian रेलवे सांकेतिक फोटो 
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को आम व रेल बजट प्रस्तुत किया। रेल बजट 2024-25 में मध्य प्रदेश को 15,143 करोड़ रुपये का आवंटन हुआ है। बजट में आधुनिकीकरण, संरक्षा एवं यात्री सुविधाओं पर ध्यान दिया गया है। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने वर्चुअल माध्यम से बताया कि 10 वर्षों में रेलवे के विकास के लिए रणनीति में बदलाव कर अधिकाधिक निवेश पर बल दिया गया है। इससे रेलवे पर क्षमता वृद्धि, आधुनिकीकरण, संरक्षा और यात्री सुविधाओं की ओर अधिक ध्यान दिया गया है।

वर्ष 2024-25 में रेलवे को 2.52 लाख करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया गया है जो अभी तक का सर्वाधिक है। रेलवे में 3 बड़े कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा। जिनमें एनर्जी, मिनरल और सीमेंट कॉरिडोर, हाई ट्रैफिक डेंसिटी कॉरिडोर और पोर्ट कनेक्टिविटी कॉरिडोर बनाया जाएगा। इन कॉरिडोर के बनने से देश में आर्थिक विकास को बल मिलेगा। इसके साथ ही 40 हजार कोच को वंदे भारत के मानक के अनुरूप तैयार किया जाएगा। 
।               V।       भारतीय रेल
रेलमंत्री ने मध्य प्रदेश के बारे में जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि मध्य प्रदेश बहुत बड़ा प्रदेश है। वर्ष 2009-14 तक मध्य प्रदेश को औसत बजट मात्र 632 करोड़ रुपए प्रतिवर्ष मिलता था, जिसे प्रधानमंत्री के नेतृत्व में वर्ष 2024-25 के बजट में 15,143 करोड़ रुपए किया गया है। यह अभी तक का सर्वाधिक बजट आवंटन है। अश्विनी वैष्णव ने बताया कि मध्य प्रदेश में रेल कार्य बहुत तेजी से हो रहे हैं। प्रदेश में 77 हजार करोड़ रुपये के निवेश से बहुत तेजी से कार्य किया जा रहा है। 100 प्रतिशत रेल लाइनों को विद्युतीकरण हो गया है। 80 रेलवे स्टेशनों को अमृत स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकसित किया जा रहा है।

मध्य प्रदेश में रेलवे ट्रैक पर 972 फ्लाईओवर और रोड अंडर ब्रिज का निर्माण किया गया है। इसके साथ ही स्थानीय उत्पादों को बढावा देने के लिए एक स्टेशन-एक उत्पाद के 69 स्टॉल संचालित हो रहे हैं। रेलमंत्री ने बताया कि स्टेशनों पर बहुत अधिक भीड़ रहती है तो स्थानीय उत्पादों को अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है और स्टॉल संचालकों की आमदनी में बढ़ोतरी हो रही है।

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